प्रस्तुति
Kadha: जैसे-जैसे मौसम बदलता है इसका असर हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ता है जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है उन्हें बदलते मौसम के साथ ही सर्दी व जुकाम की परेशानी होने लगती है। ऐसे में अगर आप इस बदलते हुए मौसम में काढ़ा का सेवन करते हैं तो मौसम के बदलाव का असर आप पर नहीं होगा। साथ ही साथ सर्दी जुकाम से भी बच जाएंगे और यह आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है।
काढ़ा कोई नई चीज नहीं है यह पुराने जमाने से चला आ रहा है हमारी दादी नानी बदलते मौसम में घरेलू उपचार कर बीमारियों को ठीक करती थी। यह बहुत ही असरदार होता है उस जमाने में उतनी दवाइयां प्रचलन में नहीं थी जितनी आजकल है पर दवाइयों का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। इसकी जगह हल्का सर्दी जुकाम होने पर काढ़े का सेवन करना चाहिए इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते।
यह इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और सर्दी जुकाम को दूर भगाता है। आज हम आपके लिए तीन तरह के काढ़े की रेसिपी लाए हैं जिसे आजमा कर आप सर्दी जुखाम वायरल बुखार और मौसम के बदलने पर होने वाली बीमारियों से खुद को परिवार को बचा सकते हैं। गिलोय का काढ़ा (Giloy Kadha), तुलसी, अदरक और दालचीनी का काढ़ा (Tulsi, Adrak or Dalchini Kadha), इम्यूनिटी बूस्टर मसाला काढ़ा (Immunity Booster Masala Kadha)
1. गिलोय का काढ़ा
2. तुलसी, अदरक और दालचीनी का काढ़ा
3. इम्यूनिटी बूस्टर मसाला काढ़ा
गिलोय का काढ़ा (Giloy Kadha)
गिलोय को अमृता के नाम से जाना जाता है यह वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया, पाचन संबंधी समस्याएं और त्वचा रोग को ठीक करने में जानी जाती है। साथ ही यह प्रतिरक्षा प्रणाली यानी की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। गिलोय का काढ़ा पीने से शरीर की समस्याएं ठीक हो जाती हैं बदलते मौसम में इसका नियमित सेवन करने से वायरल सर्दी बुखार होने का खतरा नहीं होता।
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए ताजी गिलोय की एक बड़ी डंडी लें इसे धोकर इसके ऊपर वाले छिलके को चाकू से रगड़कर हटा दें। अब एक बड़े बर्तन में दो कप पानी चढ़ाएं और उसे गर्म करें अब इसमें गिलोय डालें साथ में 1 इंच अदरक का टुकड़ा, काली मिर्च आधा चम्मच, आधा चम्मच हल्दी पाउडर साथ में दो लॉन्ग, और एक दालचीनी का टुकड़ा डालकर उबाले। जब काढ़ा (Giloy Kadha) उबल कर आधा हो जाए तो इसे छानकर इसमें शहद मिलाएं और गर्मा – गरम एक-एक घुंट कर पिएं।

तुलसी, अदरक और दालचीनी का काढ़ा (Tulsi, Adrak or Dalchini Kadha)
जैसा कि आप सभी जानते हैं तुलसी का पत्ता न केवल पूजनीय है बल्कि इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है इसमें सर्दी – जुकाम वायरल फ्लू जैसी बीमारियों को ठीक करने की और इन्हें दोबारा न होने देने की क्षमता है। तुलसी, अदरक और दालचीनी का काढ़ा बनाने के लिए एक पतीले में दो कप पानी डालें साथ में 10 से 12 तुलसी के पत्ते एक अदरक का टुकड़ा कूटकर साथ में एक छोटा दालचीनी का टुकड़ा, दो लॉन्ग, आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालकर उबालें। इसे इतना उबालें की पानी सूख कर आधा ना हो जाए तब इसे छान ले और इसमें गुड़ या शहद मिलाकर गर्म गर्म पिएं।
आप चाहें तो इसमें घी भी डाल सकते हैं घर का शुद्ध घी सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है जब खांसी हो तो घी जरुर डालें यह (Tulsi, Adrak or Dalchini Kadha) कफ को लूज करने में मदद करता है। जिससे कफ को बाहर निकलने में आसानी होती है। साथ ही साथ यह बंद नाक को भी खोलने में मदद करता है। इसके लिए आप स्टीम भी ले सकते हैं स्टीम लेना काफी फायदेमंद होता है। इससे न सिर्फ बंद नाक खुलता है बल्कि चेहरे के पोर्स भी खुल जाते हैं जिससे चेहरा साफ और चमकदार नजर आता है।

इम्यूनिटी बूस्टर मसाला काढ़ा (Immunity Booster Masala Kadha)
इस काढ़े को पीने से आपको बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों से राहत मिल सकता है। जैसे ही मौसम बदलता है कई लोगों को गले में भारीपन महसूस होने लगता है साथ ही बलगम जमा हो जाती है और खांसी जुकाम आदि होने लगते हैं सर में भी दर्द रहता है। ऐसे में आपको मसाला काढ़ा का सेवन करना चाहिए यह इन सभी बीमारियों को झट से ठीक कर देगा।
साथ ही इम्यूनिटी को भी बूस्ट करता है। इम्यूनिटी बूस्टर मसाला काढ़ा बनाने के लिए एक पतीले में एक गिलास पानी डालें साथ में 8 से 10 तुलसी के पत्ते 1 इंच अदरक का टुकड़ा मुलेठी पाउडर एक चम्मच काली मिर्च के दाने 8 से 10 पीस दो पीस लॉन्ग आधा चम्मच हल्दी पाउडर 2 इंच गिलोय की डंडी इन सभी चीजों को डालकर 10 मिनट के लिए उबालें।
जब पानी उबल कर आधा हो जाए तो इसे (Immunity Booster Masala Kadha) छान कर इसमें शहद अथवा गुड़ मिलाकर पिएं। यह बदलते मौसम से होने वाली सभी बीमारियों को दूर करता है साथ ही इम्यूनिटी को बूस्ट करता है जिन लोगों को खांसी की समस्या होती है उसे दूर कर दोबारा खांसी होने की संभावना को कम करता है। इसका नियमित सेवन करें शुरुआत में आप आधा कप से करें। धीरे-धीरे आप इसकी क्वांटिटी एक कप तक ले जा सकते हैं इसका अधिक सेवन न करें किसी भी औषधि के सेवन की एक लिमिट है लिमिट से ज्यादा औषधि लेना भी नुकसानदायक हो सकता है।
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डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। यह किसी भी दवा या उपचार का विकल्प नहीं है। बेहतर सलाह और गंभीर समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।