प्रस्तुति
Parenting Tips, बच्चों को मोबाइल से कैसे दूर करें: आज का युग पूरी तरह से डिजिटाइजेशन और तकनीक पर आधारित हो गया है। हर चीज ऑनलाइन हो चुकी है — पढ़ाई, शॉपिंग, मनोरंजन, जानकारी तक पहुंच — सब कुछ एक क्लिक की दूरी पर है। इस डिजिटल क्रांति ने जहां हमारी ज़िंदगी को आसान बनाया है, वहीं इसके कुछ गंभीर दुष्परिणाम भी सामने आने लगे हैं।
मोबाइल फोन पर हमारी निर्भरता इतनी बढ़ चुकी है कि आज सिर्फ बड़े ही नहीं, बल्कि छोटे-छोटे बच्चे भी घंटों मोबाइल स्क्रीन में खोए रहते हैं। खासकर कोरोना काल के बाद जब बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन हुई, तब से उनकी मोबाइल की आदत एक जरूरत से बढ़कर लत बन गई।
आज की स्थिति यह है कि कई बच्चे बिना मोबाइल देखे खाना तक नहीं खाते। न वे मां की लोरी सुनना चाहते हैं, न दादी की कहानी, और न ही दोस्तों के साथ मिलकर खेलना। इस कारण बच्चों का सामाजिक विकास, मानसिक स्वास्थ्य और रचनात्मकता प्रभावित हो रही है।
इस हालात ने हर माता-पिता को चिंता में डाल दिया है कि वे अपने बच्चों को फिर से मोबाइल की लत से कैसे दूर करें और उन्हें उनके असली बचपन की ओर कैसे लौटाएं — जहां खेल, कहानियां और रिश्तों की गर्माहट हो।
अगर हम चाहें तो कुछ सकारात्मक आदतों को अपनाकर, बच्चों की दिनचर्या में बदलाव कर, और उनके साथ समय बिताकर, हम उन्हें फिर से मोबाइल से दूर करके उनका बचपन लौटा सकते हैं। अब समय आ गया है कि हम मिलकर इस डिजिटल आदत को बैलेंस करें और बच्चों को एक बेहतर और स्वस्थ भविष्य दें। इन पेरेंटिंग टिप्स (Parenting Tips) को जरूर अपनाएं और अपने साथ बच्चों के रिश्ते को मजबूत बनाएं।
पेरेंटिंग टिप्स (Parenting Tips)
बच्चों के आदर्श मॉडल बनें
बच्चों को आत्मनिर्भर बनाएं
स्क्रीन टाइम को लिमिटेड करें
घर के छोटे-मोटे कामों में उन्हें भागीदार बनाएं
इनडोर और आउटडोर गेम्स की व्यवस्था करें
बच्चों के साथ खेल में भाग लें
अदर एक्टिविटीज में इंवॉल्व करें
यह भी पढ़ें: Top 7 Must Try Fat Burning Fruits for Weight Loss | नेचुरल वेट लॉस के लिए 7 असरदार फल
आईए इन सफल पेरेंटिंग टिप्स (Parenting Tips) पर विस्तार से चर्चा करते हैं कि कैसे कुछ आदतों को बदलकर और उन्हें घर के छोटे-छोटे कामों, आउटडोर गेम्स की व्यवस्था कर हम बच्चों को मोबाइल से दूर रख पाएंगे।

1. बच्चों को मोबाइल से दूर करने के लिए हमें सबसे पहले खुद को मोबाइल से दूर करना होगा क्योंकि बच्चे वह नहीं सिखते जो हम उन्हें सीखाते हैं बल्कि वे तो हमारा अनुकरण करते हैं। जब हम खुद को मोबाइल से दूर रखेंगे और उनके साथ समय बिताएंगे तो बच्चे भी मोबाइल को छोड़कर अपने माता-पिता व परिवार के साथ समय बिताएंगे।
2. बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना जरूरी है ऐसा करने से ना तो वे सिर्फ मोबाइल से दूर रहेंगे बल्कि अपने छोटे-मोटे कामों के लिए किसी पर निर्भर नहीं होंगे। आत्मनिर्भरता होने से बच्चों में कॉन्फिडेंस भी डेवलप होता है ऐसे बच्चे अपने जीवन में सफल होते हैं। साथ ही एक सफल नागरिक भी बनते हैं इसलिए बच्चों को उनके छोटे-छोटे काम खुद करने दें जैसे उठकर पानी लेना, अपनी किताबें सही से रखना, अपने खिलौने को व्यवस्थित रखना जैसे छोटे-मोटे कम उन्हें स्वयं करने दें।
3. स्क्रीन टाइम को लिमिटेड करने के लिए उनका टाइम मैनेज करना होगा उनके सभी कामों को समय पर करने की आदत डलवानी होगी। समय पर उठना, नहाना, समय पर खाना, पढ़ाई करना, बाहर जाकर खेलना जब यह सभी कार्य समय पर होने लगेंगे तो ऑटोमेटिक ही बच्चों के पास स्क्रीन देखने का टाइम कम हो जाएगा इससे हम बच्चों को मोबाइल से दूर रख पाएंगे।
4. बच्चों को मोबाइल से दूर रखने के लिए साथ ही उनमें अच्छी आदतें डेवलप करने के लिए उन्हें घर के छोटे-छोटे काम करने देने चाहिए। इसके लिए आप उन्हें झूठे बर्तन जमा करने, एक्स्ट्रा लाइट फैन आफ करने, पानी की बोतल भरने, अपने कपड़े उठाने जैसे छोटे-छोटे काम करने दे सकते हैं। कई लोग ऐसा सोचते हैं कि हम हमारे बच्चे से काम नहीं करवाएंगे उन्हें बिल्कुल राजकुमार के जैसे पालेंगे पर ऐसा करके वह उन बच्चों की जिंदगी बर्बाद कर रहे होते हैं।
यह उन्हें तब समझ आता है जब बड़े होकर वे उनके साथ बदतमीजी करने लगते हैं साथ ही गलत कार्यों में इंवॉल्व हो जाते हैं। इसलिए बचपन से ही उन्हें छोटे-छोटे कामों को करने की आदत डालनी चाहिए इससे वे सेल्फ डिपेंडेंट भी होते हैं और उन्हें जिम्मेवारियों का भी एहसास होता है वह समझ पाते हैं कि हमारे माता-पिता और हमारे आसपास के लोग जीवन यापन के लिए कितनी मेहनत करते हैं।

5. बच्चे मोबाइल से इतना अटैच इसलिए हो जाते हैं क्योंकि उन्हें एंटरटेनमेंट का साधन नहीं मिल पाता है ऐसे में आप उनके लिए आउटडोर गेम्स की व्यवस्था करें। अगर आप ऐसी जगह रहते हो जहां आउटडोर गेम की व्यवस्था नहीं हो सकती तो आप उनके लिए इनडोर गेम्स की व्यवस्था जरूर करें हो सके तो आप खुद भी बच्चों के साथ लूडो, कैरम, हाइड एंड सीक जैसे खेल, खेल सकते हैं।
इससे न सिर्फ बच्चे मोबाइल से दूर रहते हैं बल्कि बच्चों का सर्वांगीण विकास भी होता है खेल में कई तरह के नियम होते हैं जो बच्चे मानते हैं जिससे वह नियमों को मानना सीखते हैं। जब बच्चे नियमों को मानने लगते हैं तो धीरे-धीरे वे आपकी बात भी मानने लगेंगे।
6. बच्चों को मोबाइल से कैसे दूर करें इसके लिए उन्हें बार-बार मोबाइल से दूर रहने ना कहें इसकी जगह आप खुद मोबाइल से थोड़ी दूरी बना लें और बच्चों के साथ खेल में खुद को इंवॉल्व करें इससे बच्चे आपका अनुकरण करेंगे और वह खुद भी मोबाइल से दूर रहेंगे आप बच्चों के साथ इंडोर गेम्स खेल सकते हैं। अगर आपके पास समय ना हो तो आप काम करते वक्त भी उनसे कुछ पहेलियां बूझो, अंताक्षरी जैसे ओरल गेम्स भी खेल सकते हैं।

7. बच्चों को मोबाइल से दूर रखने का एक बेहतरीन तरीका है कि उनमें अदर एक्टिविटीज डेवलप की जाए जैसे बच्चों को अगर डांस या गाने में इंटरेस्ट हो तो आप उस ओर उन्हें बढ़ा सकते हैं या अगर वे फाइन आर्ट्स में रुचि रखते हो तो उन्हें उस ओर अग्रसर करें। अगर आप अदर एक्टिविटीज के बारे में नहीं जानते हैं तो इसे गूगल पर सर्च करें और इन आदतों को बच्चों में डेवलप करें यह उनके भविष्य का निर्माण भी करते हैं।
इन पेरेंटिंग टिप्स (Parenting Tips) को अपनाकर आप बच्चों को मोबाइल से दूर रखकर उनका स्क्रीन टाइम कम कर सकते हैं साथ ही उन्हें अच्छी आदतें सीख कर काबिल भी बना सकते हैं तो हमें कमेंट कर जरूर बताएं आपको ये टिप्स कैसे लगे। ऐसे ही अन्य जानकारी के लिए हमारे पेज को फॉलो करें।